विधानसभा प्रश्नकाल
हिमाचल में आवारा पशुओं को आवारा छोड़ने वालों के खिलाफ बनेगा नया कानून
जल जीवन मिशन के तहत आधी-अधूरी पाइपें लगाने के मामले की होगी जांच
शिमला, 8 मार्च। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा है कि प्रदेश में पशुओं की टैगिंग का कार्य पूरा होने पर कानून में संशोधन किया जाएगा। इसमें पशुओं को सड़कों पर छोड़ने वालों के खिलाफ कड़ी सजा का प्रावधान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अभी तक गाय के टैगिंग का कार्य 90 फीसदी पूरा हो चुका है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में पशुओं को सड़क पर छोड़ने पर पंचायतों को 500 रुपए से 700 रुपए तक के जुर्माने का प्रावधान है, लेकिन पंचायतें अपना कार्य नहीं कर रही हैं। कंवर आज विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान विधायक रमेश धवाला के सवाल का जवाब दे रहे थे।
कंवर ने कहा कि 20वीं पशुगणना के अनुसार प्रदेश में 36311 बेसहारा पशु हैं, जो लोगों ने सड़कों पर छोड़े हैं। इसमें से अब तक 16550 से अधिक पशुओं को आश्रय दिया गया है। उन्होंने बताया कि पिछले तीन सालों में 31 जनवरी तक प्रदेश में तीन गौ अभ्यारण्य जिला सिरमौर के कोटला बड़ोग, जिला ऊना के थानाकलां व सोलन के हाण्डा कुण्डी में स्थापित किए हैं। इसके अलावा लुथान, कंदरोड़ी, खाब्बल, मंझीर, कंगैहण में अगले दो माह में गौ अभ्यारण्य बनकर तैयार हो जाएंगे।
धवाला का सवाल था कि कुछ निजी लोगों ने गौ शालाएं बनाकर धंधा बनाया हुआ है। उनका कहना था कि देहरा में एक दो गाय के 5000 रुपए लेता है तथा महीने के बाद पशु मर जाते हैं। उन्होंने पंचायतों में पशुओं के रजिस्टर बनाकर रिकार्ड रखने की मांग की।
जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में जल जीवन मिशन के तहत यदि कहीं आधी-अधूरी पाइपें लगाई गई या फिर किसी को बांटी गई तो उसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत हर घर में नलका पहुंचाया जाएगा और विभाग द्वारा हर घर तक पाइप लाइन बिछाई जाएगी। वे आज विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान भाजपा सदस्य रमेश धवाला के मूल और कांग्रेस सदस्य रामलाल ठाकुर के अनुपूरक सवाल का जवाब दे रहे थे।
महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि नलके लगाने का काम पहले चरण में हो रहा है और पेयजल स्रोत की क्षमता बढ़ाने का काम दूसरे चरण में किया जा रहा है और यह कार्य 2024 तक चलेगा। उन्होंने कहा कि पानी की पाइपें घरों तक विभाग के माध्यम से ही बिछाई जा रही है और किसी भी व्यक्ति विशेष को नहीं दी जा रही है।
कांग्रेस सदस्य ठाकुर राम लाल ने सवाल पर जलशक्ति मंत्री ने कहा कि पानी की पाइपें कहीं नहीं बांटी जाएगी। उन्होंने विश्वास दिलाया कि कोई भी पाइप आधी नहीं छोड़ी जाएगी और घर तक ही लगेगी। किसी भी परिवार को प्लास्टिक की पाइप नहीं लगानी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि इस मामले में यदि कोई कोताही होगी, तो उसका पता लगाकर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत 2019-20 में भारत वर्ष में हिमाचल प्रथम स्थान पर रहा है।
कांग्रेस सदस्य पवन काजल के मटौर कालेज के भवन निर्माण को लेकर पूछे गए सवाल पर शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा कि इस कालेज के भवन के लिए प्रशासनिक मंजूरी 11 करोड़ रुपए से अधिक है। अब तक इस कालेज के लिए 1.11 करोड़ रुपए अलाट किए जा चुके हैं और वहां पर जमीन की ट्रांसफर का मामला लटका था। अब दूसरी भूमि का चयन कर लिया है और भूमि लैंड ट्रांसफर होने वाली है। इसका कार्य जल्द शुरू करवाया जाएगा।
ग्रामीण विकास व कृषि मंत्री वीरेंद्र कंवर ने भाजपा सदस्य कमलेश कुमारी के सवाल के जवाब में जानकारी दी कि सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती को अब तक 107564 किसान अपना चुके हैं और 5461 हेक्टेयर भूमि में यह खेती की जा रही है। इस खेती में अगले वित्त वर्ष में 50 हजार और किसानों को इस खेती से जोड़ेंगे। उन्होंने कहा कि इस प्राकृतिक खेती से लागत में 43 फीसदी की कमी आई है। कंवर ने कहा कि हिमाचल को आर्गेनिक प्रदेश बनाने को लेकर सरकार ने कई कदम उठाए हैं।