पहाड़ों ने फिर ओढ़ी बर्फ की चादर

पहाड़ों ने फिर ओढ़ी बर्फ की चादर

शिमला, 7 मार्च। हिमाचल में मौसम ने फिर करवट बदल ली है। राज्य के अधिक ऊंचाई वाले व जनजातीय क्षेत्रों में बीती रात से रुक-रुक कर बर्फबारी हो रही है जबकि राज्य के मैदानी व मध्यम ऊंचाई वाले कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा हुई है। ताजा वर्षा और बर्फबारी से प्रदेश के किसानों व बागवानों ने राहत की सांस ली है। हालांकि ये वर्षा और बर्फबारी काफी कम है तथा किसानों व बागवानों को उम्मीद है कि प्रदेश में जल्द ही व्यापक वर्षा व बर्फबारी होगी जिससे प्रदेश में चल रहे सूखे जैसे हालात कुछ कम होंगे।

बीती रात और आज रोहतांग दर्रे पर अभी तक 6 इंच से अधिक बर्फबारी दर्ज की जा चुकी है जबकि कोकसर में तीन और सिसू में दो इंच ताजा बर्फबारी हुई है। लाहौल घाटी में इस बार सर्दियों में बहुत कम बर्फबारी हुई है जिससे घाटी के किसान व बागवान चिंतित हैं क्योंकि जनजातीय क्षेत्रों में गर्मियों में वर्षा नहीं होती तथा यहां कि सारी फसलें सिंचाई पर निर्भर करती है। ऐसे में सर्दियों में व्यापक बर्फबारी जरूरी है ताकि गर्मियों में सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी मिल सके। बीती रात से घाटी में रुक-रुक कर हो रही वर्षा व बर्फबारी से हालांकि किसानों और बागवानों ने राहत की सांस ली है लेकिन ये बर्फबारी और वर्षा काफी कम है। ऐसे में घाटी के किसान व बागवान जल्द ही और वर्षा व बर्फबारी की उम्मीद कर रहे हैं।

उधर, कुल्लू जिला की ऊंची पहाड़ियों पर भी आज दिन भर मौसम खराब रहा और रुक-रुक कर बर्फबारी होती रही जबकि जिले के निचले क्षेत्रों में रुक-रुक कर वर्षा हो रही है। जिले के जलोरी जोत पर भी ताजा बर्फबारी हुई है। शिमला जिला के ऊपरी क्षेत्र हाटू पीक पर भी आज हल्की बर्फबारी हुई। चांसल और चूड़धार चोटियों पर भी रुक-रुक कर बर्फबारी हो रही है जबकि राजधानी शिमला सहित जिले के अन्य क्षेत्रों में बीती रात से ही रुक-रुक कर वर्षा का क्रम जारी है। इससे लोगों ने बीते कई सप्ताह से चल रहे सूखे जैसे हालात से राहत की सांस ली है। हालांकि मौसम में आए इस बदलाव से मौसमी बीमारियों के बढ़ने की संभावना भी बढ़ गई है। शिमला जिला सेब उत्पादन का गढ़ है और अभी तक जिले के कई क्षेत्रों में सेब के लिए आवश्यक चीलिंग ऑवर पूरे नहीं हुए हैं। ऐसे में यदि जिले में पर्याप्त वर्षा व बर्फबारी नहीं होती है तो इस साल सेब की फसल भी प्रभावित हो सकती है। सामान्य से बहुत कम वर्षा के चलते इस बार राज्य में गेहूं की फसल बुरी तरह प्रभावित हुई है।

इस बीच मौसम विभाग ने आज राज्य के मध्यम ऊंचाई वाले कुछ स्थानों पर भारी वर्षा व बर्फबारी का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। विभाग ने कहा है कि राज्य में आने वाले एक सप्ताह तक वर्षा और बर्फबारी जैसी गतिविधियां चलती रहेगी जिससे तापमान में कमी आएगी।