बर्फबारी के बाद हिमाचल प्रदेश में बढ़ा ठंड का प्रकोप
शिमला, 7 जनवरी। हिमाचल प्रदेश में चार जिलों तक हुई व्यापक बर्फबारी और वर्षा का दौर थमने के बाद प्रदेश में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। खासकर राज्य के जनजातीय क्षेत्रों किन्नौर, लाहौल स्पिति और चंबा जिला के पांगी तथा भरमौर में लोगों को खून जमा देने वाली ठंड का सामना करना पड़ रहा है। केलांग में आज न्यूनतम तापमान -11.6 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। जबकि कल्पा में न्यूनतम तापमान -5 और मनाली में -1.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। लाहौल स्पिति में कई स्थानों पर न्यूनतम तापमान -20 डिग्री तक गिर गया है जिससे पानी के सभी स्रोत जम गए हैं।
इस बीच बर्फबारी का दौर थमते ही लाहौल स्पिति और किन्नौर जिलों में सड़कों से बर्फ हटाने का काम युद्ध स्तर पर आरंभ हो गया है। लाहौल स्पिति में सीमा सड़क संगठन ने अटल टनल रोहतांग के दोनों ओर से बर्फ हटाने का काम शुरू किया है और आज रात तक मनाली से केलांग के बीच सड़क संपर्क बहाल हो जाने की उम्मीद है। सीमा सड़क संगठन के एक प्रवक्ता ने कहा कि सोलंग नाला में हिमस्खलन के चलते संगठन के लोगों को काफी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ रहा है। लाहौल स्पिति के उपायुक्त पंकज राय ने भी लोक निर्माण विभाग को जिले में स्थित सभी हेलीपैड के लिए सड़क संपर्क बहाल करने के निर्देश दिए हैं ताकि किसी भी आपात स्थिति में आसानी से हेलीपैड तक पहुंचा जा सके। उन्होंने कहा कि जिले की भीतरी सड़कों को खोलने का काम भी आरंभ कर दिया गया है।
उधर किन्नौर जिला के टिंकू नाला में ग्लेशियर आने से अवरुद्ध राष्ट्रीय राजमार्ग-5 को आज पूह तक यातायात के लिए बहाल कर दिया गया है। उपायुक्त हेमराज बैरवा ने बताया कि जिले के अधिकांश भीतरी मार्ग अभी भी अत्यधिक बर्फबारी और फिसलन के कारण बंद है जिन्हें खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं। बर्फबारी के कारण जिले में बिजली आपूर्ति बुरी तरह प्रभावित हुई है। जिला प्रशासन इसे भी बहाल करने के लिए युद्ध स्तर पर काम कर रहा है।
इस बीच आज दिन भर प्रदेश में मौसम के साफ बने रहने और धूप खिलने से लोगों ने राहत की सांस ली है। मौसम विभाग के अनुसार राज्य में आने वाले एक सप्ताह तक मौसम साफ बने रहने की संभावना है। हालांकि इस दौरान राज्य के निचले क्षेत्रों में लोगों को घने कोहरे का सामना करना पड़ेगा।