शिमला में विकराल होती यातायात समस्या


शिमला, 13 फरवरी। हिमाचल प्रदेश की राजधानी व पर्यटन नगरी शिमला में बस यातायात और पार्किंग की विकराल हो चुकी समस्या किसी से छिपी नहीं है। शहर में गाड़ियों की संख्या यहां मौजूद पार्किंग स्थलों की तुलना में बहुत कम है। ऐसे में शिमला शहर में खासकर सुबह और शाम के वक्त घंटों लम्बा ट्रैफिक जाम अब लोगों की नियति बन गई है। ऐसे में जिला पुलिस शिमला सिटी ट्रैफिक रेगुलेशन एंड मैनेजमेंट प्लान के साथ आगे आई है। जिला पुलिस के मुताबिक आने वाले समय में शिमला में यातायात को सुचारू बनाने और हादसों पर रोक लगाने के लिए ये प्लान अत्यधिक कारगर साबित होगा।
इस प्लान पर चर्चा के लिए जिला पुलिस द्वारा आज आयोजित संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए शहरी विकास मंत्री व स्थानीय विधायक सुरेश भारद्वाज ने कहा कि शिमला जिला पुलिस की यह पहल आने वाले समय में प्रदेश के अन्य जिलों के लिए भी सार्थक साबित होगी। उन्होंने उन्होंने लोगों से यातायात व परिवहन सम्बन्धी नियमों की अनुपालन कर सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा कि शिमला नगर समार्ट सिटी तभी कहलाएगा यदि हम प्रत्येक क्षेत्र में स्मार्ट रूप से कार्य करेंगे।
उन्होंने कहा कि शिमला नगर में यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने तथा हादसों में कमी लाने के लिए शिमला व इसके आसपास के क्षेत्रों में अम्रुत मिशन के तहत फुट ओवर ब्रिज का निर्माण और सड़कों को चौड़ा करने का कार्य किया जा रहा है । उन्होंने बताया कि शिमला नगर निगम क्षेत्र में 1350 जगहों को यलो लाईन पार्किंग के लिए चिन्हित किया गया है । विकासनगर शिमला में 10 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाली पार्किंग की टेंडर प्रक्रिया पूर्ण की जा चुकी है । उन्होंने स्मार्ट सिटी के तहत पुलिस के सुझावों को शामिल करने का अधिकारियों को निर्देश दिया । परिचर्चा के दौरान पुलिस अधीक्षक मोहित चावला ने शिमला शहर के लिए विभाग द्वारा प्रस्तावित शिमला सीटी ट्रेफिक रेगुलेशन एण्ड मेनेजमेंट प्लान बारे विस्तृत जानकारी दी । उन्होंने बताया कि सात महीनों के गहन शोध के उपरान्त 70 पेजों के इस दस्तावेज को तैयार किया गया है जिसमें यातायात को सुचारू बनाए रखने के लिए प्र्रत्येक बिन्दु शामिल है ।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रवीर ठाकुर ने नशा निवारण के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी प्रदान की तथा इसके निवारण के लिए अपनाई जाने वाली रणनीति व कार्ययोजना पर विचार व्यक्त किए । निदेशक एवं आयुक्त परिवहन अनुपम कश्यप ने यातायात व्यवस्था को सुदृड़ बनाने तथा हादसों को रोकने के लिए गुड स्मारिटन (नेक व्यक्ति) के विचारों को प्रबलता प्रदान करने का सुझाव दिया ।
परिचर्चा में भाग महापौर शिमला नगर निगम सत्या कौंडल सहित अन्य लोगों ने अपने सुझाव दिए।