होम आइसोलेशन किट का शुभारम्भ

होम आइसोलेशन किट का शुभारम्भ

शिमला, 22 मई। हिमाचल प्रदेश में लोगों को कोरोना से लड़ने के लिए होम आइसोलेशन किट मिलेगी। ये किट उन कोरोना संक्रमितों को दी जाएगी जा घर पर रहकर ही कोरोना का इलाज करवा रहे हैं। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज शिमला में आयोजित एक सामरोह में इस होम आइसोलेशन किट का शुभारंभ किया। इस होम आइसोलेशन किट में ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर और कोरोना के इलाज में काम आने वाली दवाइयां हैं। रूचिकर बात ये है कि इस होमआइसोलेशन किट पर न केवल मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का चित्र छपा हुआ है बल्कि इसमें सरकार का गुणगान भी है। साथ ही पुस्तक के रूप में एक मार्गदर्शिका भी है जिसमें कोरोना से बचाव के तीन बहुमूल्य नियमों के बारे में बताया गया है। कोरोना किट पर सरकार का गुणगान और मुख्यमंत्री की फोटो छापे जाने को लेकर आने वाले दिनों में ये मामला राजनीतिक तूल पकड़ सकता है। होम आइसोलेशन किट के शुभारंभ के मौके पर मुख्यमंत्री ने ऑनलाइन परामर्श और उपचार के लिए बिलासपुर स्थित एम्स के साथ लोगों को जोड़ने के लिए हिमाचल कोविड केयर एप्लीकेशन और ई-संजीवनी ओपीडी का भी शुभारंभ किया। उन्होंने प्रदेश के विभिन्न भागों के लिए होम आइसोलेशन किट के 11 वाहनों को भी हरी झंडी दिखाई।

इस अवसर पर जयराम ठाकुर ने कहा कि यह किट संबंधित विधायकों द्वारा होम आइसोलेशन में रह रहे कोविड-19 के रोगियों को वितरित की जाएगी। उन्होंने निर्वाचित प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि रोगियों को शीघ्र यह किट उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करें। जय राम ठाकुर ने कहा कि ई-संजीवनी ओपीडी रोगियों तथा चिकित्सकों के मध्य प्रभावी संचार सुनिश्चित करेगी तथा उन्हें विशेषज्ञों से उचित सलाह लेने के लिए सक्ष्म बनाएगी। उन्होंने कहा कि कोविड केयर ऐप आइसोलेशन में रह रहे रोगियों की निगरानी के लिए एक प्रभावी व्यवस्था प्रदान करेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज प्रदेश कोरोना महामारी के कारण गंभीर परिस्थिति से गुजर रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने कोविड-19 के रोगियों को समय पर उपचार सुनिश्चित करने के उद्देश्य से प्रदेश में कोरोना संक्रमित लोगों का समय रहते पता लगाने के लिए कोरोना जांच में तेजी लाई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अब तक 18 लाख से अधिक लोगों की जांच की गई है तथा लगभग 1,75,000 लोग कोविड-19 पॉजीटिव पाए गए हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के कारण 2638 लोगों की मृत्यु दर्ज की गई है। वर्तमान में प्रदेश में आठ आरटी-पीसीआर, 25 ट्रू-नॉट तथा दो सीबीनॉट प्रयोगशालाओं में कोरोना वायरस की जांच की जा रही है।

जय राम ठाकुर ने कहा कि रोगियों के उचित उपचार के लिए स्वास्थ्य संस्थानों में पर्याप्त स्टाफ सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग में 3100 नई भर्तियां की गई हैं। प्रदेश सरकार ने केन्द्र सरकार से प्रदेश के लिए ऑक्सीजन कोटे में 10 मीट्रिक टन की वृद्धि करने का मामला भी उठाया है। हिमाचल प्रदेश देश के राज्यों में पहला ऐसा प्रदेश है जहां वैक्सीन की वेस्टेज की प्रतिशतता शून्य है। प्रदेश के लोगों को लगभग 22.52 लाख वैक्सीन लगाई गई है तथा प्रदेश सरकार ने सिरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को 72 लाख वैक्सीन का ऑर्डर दिया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में जुकाम जैसे लक्षणों वाले रोगियों को चिन्हित करने के लिए एक विशेष अभियान आरम्भ करने की योजना भी बना रही है ताकि उनकी शीघ्र जांच की जा सके। उन्होंने विधायकों, पंचायती राज संस्थाओं तथा शहरी स्थानीय निकायों के प्रतिनिधियों, आशा कार्यकर्ताओं तथा अन्य स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं से ऐसे रोगियों को चिन्हित करने के लिए आगे आने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार इस अभियान के क्रियान्वयन में बेहतर प्रदर्शन करने वाली पंचायतों को सम्मानित भी करेगी। इससे न केवल कोविड के मामलों का शीघ्र पता लग सकेगा बल्कि इस वायरस के फैलने पर भी रोक लगेगी।