विधानसभा प्रश्नकाल
सूखे की आहट से डरी जयराम सरकार
गर्मियों में सूखने वाली पेयजल योजनाएं होंगी पानी वाली योजनाओं से लिंक
जनजातीय और दुर्गम क्षेत्रों में तैनात होंगे नई नियुक्तियों वाले शिक्षक
कुल्लू दशहरा की आय और व्यय का होगा विस्तृत ऑडिट
शिमला, 15 मार्च। हिमाचल प्रदेश में आने वाली गर्मियों में संभावित सूखे की आहट से निपटने के लिए जयराम ठाकुर सरकार अभी से तैयारियों में जुट गई है। जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने आज प्रश्नकाल के दौरान प्रदेश में कम वर्षा व बर्फबारी के कारण पैदा हुए सूखे जैसे हालात पर चिंता जताई और कहा कि सरकार इनसे निपटने के लिए अभी से तैयारियों में जुट गई है।
महेंद्र सिंह ने कहा कि इस बार हम भारी सूखे की ओर बढ़ रहे हैं। यदि वर्षा न हुई तो प्रदेशवासियों को जबरदस्त सूखे का सामना करना पड़ेगा। ऐसे में सूखने वाली पेयजल योजनाओं को उन दूसरी पेयजल योजनाओं से लिंक किया जाएगा, जिनमें पानी मौजूद होगा। उन्होंने विधायकों से कहा कि सूखे से निपटने के लिए भविष्य में उठाए जाने वाले इस तरह के कदमों का वह विरोध न करें।
इससे पूर्व विधायक रमेश धवाला और अनिल शर्मा के मूल प्रश्न के उत्तर में जलशक्ति मंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश को जलजीवन मिशन के तहत 31 जनवरी 2021 तक 1328 पेयजल योजनाएं स्वीकृत की हैं। इन योजनाओं पर 555.81 करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं। इन योजनाओं में से 931 पेयजल योजनाओं का सुधार और संवर्धन किया जा रहा है, जिन पर 525.56 करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत केंद्र सरकार प्रदेश को 90:10 अनुपात में धनराशि प्रदान कर रहा है।
महेंद्र सिंह ने रमेश धवाला के एक अनुपूरक प्रश्न के उत्तर में कहा कि प्रदेश को जलजीवन मिशन के तहत 663.80 करोड़ रुपए की देनदारियां लेनी हैं और ये 31 मार्च से पहले हिमाचल को मिल जाएंगी। उन्होंने कहा कि मिशन के तहत हिमाचल को मिले तमाम पैसे को प्रदेश सरकार ने खर्च कर दिया है और सरकार ने अब केंद्र के पास प्रोत्साहन राशि के लिए मामला उठाया है।
अनिल शर्मा के एक अनुपूरक सवाल के जवाब में महेंद्र सिंह ने कहा कि मंडी का तल्याहड़ और बल्ह का वार्ड नं. 14 व 15 नगर निगम मंडी का हिस्सा बन गए हैं। इसलिए वहां नगर निगम मंडी से पानी की आपूर्ति की जा रही है।
विधायक हर्षवर्धन चौहान के एक सवाल के जवाब में शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा कि शिक्षा विभाग में शिक्षकों और गैर-शिक्षकों के चार हजार पद शीघ्र भरे जाएंगे। इसके अलावा उच्च शिक्षा विभाग में शिक्षकों के पांच सौ पद अलग से भरे जाएंगे। उन्होंने कहा कि शिक्षकों के पदों पर होने वाली नियुक्तियों में जनजातीय और दुर्गम क्षेत्रों को प्राथमिकता दी जाएगी, ताकि ऐसे क्षेत्रों में शिक्षकों की कमी को दूर किया जा सके।
विधायक विनय कुमार के सवाल पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि हरिपुरधार कालेज में खाली शिक्षकों और गैर-शिक्षकों के पदों को तय समय सीमा के भीतर भरना संभव नहीं है, लेकिन सरकार और विभाग इन पदों को जल्द भरने का प्रयास करेगा।
विधायक सुंदर सिंह ठाकुर के एक सवाल के जवाब में शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा से वर्ष 2018 में 6.90 करोड़ से अधिक की आय हुई, जबकि इस दौरान दशहरा उत्सव पर 7.73 करोड़ रुपए से अधिक का खर्च हुआ। इसी तरह वर्ष 2019 में दशहरा उत्सव से 6.73 करोड़ रुपए से अधिक की आय हुई, जबकि इस वर्ष दशहरा उत्सव पर 6.65 करोड़ रुपए से अधिक का खर्चा आया। वर्ष 2020 में दशहरा उत्सव से 12.53 करोड़ रुपए से अधिक की आय हुई, जबकि इस दौरान इस उत्सव पर 19.73 करोड़ रुपए से अधिक का खर्च आया। सुंदर ठाकुर के अनुपूरक सवाल पर गोविंद ठाकुर ने कहा कि कुल्लू दशहरा की बीते तीन सालों में आय और व्यय का सरकार विस्तृत ऑडिट करवाएगी।
विधायक रीना कश्यप, राकेश सिंघा, पवन नैय्यर, सतपाल रायजादा, विनोद कुमार किशोरी लाल, अर्जुन सिंह, कर्नल इंद्र सिंह ने भी अपने-अपने सवाल पूछे।